देख रहा हूँ
कि हिन्दी
में छपाई
कुछ सुधरी
है कि नहीं।
गूगल
ग्रुप्स से
लिख रहा हूँ,
देखते हैं
आगे क्या
होता है।
नहीं तो
अपना
फ़ॉर्टीट्यूड
तो है ही।
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